NEET UG Hearing : जब 44 छात्रों के कारण कैंसिल हुआ था मेडिकल एग्जाम
NEET Re-exam Hearing Live Updates: नीट री-एग्जाम को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 40 याचिकाओें पर सुनवाई चल रही है. सीबीआई की रिपोर्ट और एनटीए के सेंटर वाइज रिजल्ट के बाद पीठ इस मामले पर फाइनल फैसला ले सकती है. नीट सुनवाई की हर अपडेट जानने के लिए इस लाइव ब्लॉग के साथ बने रहें.
NEET UG Supreme Court Hearing LIVE: सुप्रीम कोर्ट में आज (22 जुलाई) नीट विवाद को लेकर 40 याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की पीठ नीट से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई कर रही है. पीठ नीट री-एग्जाम पर फैसला सुना सकती है.
पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिया था कि सभी छात्रों के परिणाम – शहरवार और केंद्रवार – शनिवार दोपहर 12 बजे तक ऑनलाइन अपलोड किए जाएं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट छात्रों का सेंटर और सिटी वाइज रिजल्ट ऑनलाइन अपलोड किया, जिसके आंकड़ो चौंकाने वाले थे. NEET परिणाम के आंकड़ों का विश्लेषण करने से यह पता चला कि पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं से कथित रूप से लाभान्वित हुए अभ्यर्थियों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, लेकिन कुछ केंद्रों में कई छात्रों ने एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन किया है.
सुनवाई के बाद सीबीआई ने गिरफ्तार किए अन्य आरोपी
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने हाल ही में 3 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में पेपर लीक गैंग का किंगपिन शशि कांत पासवान भी शामिल हैं. शशि कांत हजारीबाग से पेपर चोरी करने वाले पंकज और गिरफ्तार रॉकी से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में 2 सॉल्वर भी शामिल हैं. आरोपी कुमार मंगलम राजस्थान के भरतपुर से MBBS सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है और दूसरा आरोपी दीपेंद्र शर्मा भी भरतपुर सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है. पेपर लीक के दौरान कुमार मंगलम और दीपेंद्र दोनों हजारीबाग में मौजूद थे और पेपर सॉल्व करके दिया था. सुप्रीम कोर्ट में आज सीबीआई की गिरफ्तारियां और जांच रिपोर्ट पर भी बात होगी.
सवालों के घेरे में एनटीए
कोर्ट ने एनटीए से सवाल किया है कि एनटीए ने 4 जून को 1563 छात्रों का आंकड़ा कैसे दिया, जबकि 5 मई को उन्होंने सवाई माधवपुर में केवल एक केंद्र की बात कही थी?
वकील ने 2015 केस का हवाला दिया
याचिकाकर्ता के वकील ने 2015 के तन्वी सरवाल फैसले का हवाला दिया है. 44 स्टूडेंट्स के एग्जाम में अनफेयर मीन्स का इस्तेमाल करने के बाद ऑल इंडिया प्री-मेडिकल 2015 एग्जाम कैंसिल कर दिया था. वकील ने कोर्ट का सुनाया हुआ फैसला पढ़ा है.
वकील ने एनटीए पर उठाए सवाल
हेगड़े ने कहा कि पेपर लीक को लेकर कई हॉट स्पॉट पाए गए हैं, जिसका एनटीए को जवाब देना चाहिए. यह एक ऑर्गेनाइज्ड गैंग का काम है.
री-एग्जाम को लेकर चर्चा
हेगड़े ने आगे कहा कि जब आपको कैंसर का संदेह हो और परीक्षण अनिर्णायक हों, तो सबसे अच्छी बात है कि कीमोथेरेपी करवा लें. आप कैंसर कोशिकाओं के बढ़ने का जोखिम नहीं उठा सकते. आज हमें नहीं पता कि सिस्टम में कितने कैंसर कोशिकाएं आ गई हैं. प्रत्येक सरकारी सीट के लिए सरकार प्रति वर्ष प्रति छात्र एक करोड़ खर्च कर रही है. जज आपस में चर्चा कर रहे हैं.