70th National Film Awards 2024 : Who Won Best Film Award?
गुलमोहर ने 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का खिताब जीता
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70th National Film Awards 2024 : गुलमोहर, जिसमें मनोज बाजपेयी और शर्मिला टैगोर मुख्य भूमिकाओं में हैं, ने 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार जीता है। इस फिल्म का निर्देशन राहुल वी चित्तेला ने किया है।
यह फिल्म दिल्ली की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें शर्मिला टैगोर ने 13 सालों बाद अभिनय की दुनिया में वापसी की है। शर्मिला ने इस फिल्म में एक समलैंगिक पात्र की भूमिका निभाई है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे बत्रा परिवार अपने 34 साल पुराने घर ‘गुलमोहर’ को छोड़ने की तैयारी कर रहा है। गुलमोहर नाम उस सजावटी पेड़ से लिया गया है, जिसके फूल नारंगी और लाल रंग के होते हैं।
गुलमोहर एक मानव ड्रामा है जो परिवार और घर के महत्व को दर्शाता है – ये दोनों ही चीजें आज के समय में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई हैं। फिल्म में बदलाव और स्वीकृति की बात की गई है।
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70th National Film Awards 2024 , उन फिल्मों को मान्यता देते हैं जो 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2022 के बीच सेंसर बोर्ड द्वारा प्रमाणित की गई हों। पुरस्कार विजेताओं, जिनमें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार का प्राप्तकर्ता भी शामिल होगा, को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अक्टूबर 2024 में एक समारोह में सम्मानित करेंगी।
पिछले साल के 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में, अल्लू अर्जुन, आलिया भट्ट, कृति सेनन और पंकज त्रिपाठी प्रमुख विजेता रहे थे। रॉकेट्री: द नम्बी इफेक्ट को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला था, जबकि एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ ने छह पुरस्कार जीते थे।
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70th National Film Awards 2024
मनोज बाजपेयी और शर्मिला टैगोर: भारतीय सिनेमा के दो अद्वितीय सितारे
मनोज बाजपेयी:
- प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
- मनोज बाजपेयी का जन्म 23 अप्रैल 1969 को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में हुआ।
- उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से की थी।
- करियर की शुरुआत:
- उनकी फिल्मी करियर की शुरुआत 1994 में फिल्म ‘द्रोहकाल’ से हुई थी, लेकिन प्रमुख पहचान 1998 की फिल्म ‘सत्या’ से मिली, जिसमें उनके प्रदर्शन ने उन्हें सिनेमा जगत में स्थापित किया।
- प्रमुख फिल्में:
- ‘सत्या’, ‘गंगाजल’, ‘रात अकेली है’, ‘अलीगढ़’, और ‘भोंसले’ जैसी फिल्मों में उनके बेहतरीन अभिनय ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए।
- पुरस्कार और सम्मान:
- उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, फिल्मफेयर पुरस्कार, और कई अन्य पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार भी शामिल हैं।
- विशेषताएँ:
- मनोज बाजपेयी की अभिनय की गहराई और विविधता उन्हें भारतीय सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक बनाती है।
शर्मिला टैगोर:
- प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
- शर्मिला टैगोर का जन्म 8 दिसंबर 1944 को दिल्ली में हुआ।
- उन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से की और बाद में अभिनय में करियर बनाने के लिए मुंबई आ गईं।
- करियर की शुरुआत:
- शर्मिला टैगोर ने 1960 में फिल्म ‘अरे मान!’ से अपने करियर की शुरुआत की, और जल्द ही वे प्रमुख नायिकाओं में शामिल हो गईं।
- प्रमुख फिल्में:
- ‘कश्मीर की कली’, ‘तीसरी कसम’, ‘अनारकली’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, और ‘अवॉर्ड’, जैसी फिल्मों में उनके अद्वितीय प्रदर्शन ने उन्हें अमर बना दिया।
- पुरस्कार और सम्मान:
- उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार, नेशनल फिल्म अवार्ड और कई अन्य सम्मानों से नवाजा गया है।
- विशेषताएँ:
- शर्मिला टैगोर की खूबसूरती, अभिनय कौशल और चिरस्थायी स्क्रीन उपस्थिति उन्हें हिंदी सिनेमा की एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक अभिनेत्री बनाती है।
इन दोनों अभिनेताओं ने भारतीय सिनेमा को अपनी कला और कौशल से समृद्ध किया है और उनकी फिल्में आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं।